कोरोना वायरस से भारत की बढ़ी चिंता, जानें कैसे, क्या और कितना पड़ेगा प्रभाव?

कोरोना वायरस से भारत की बढ़ी चिंता, जानें कैसे, क्या और कितना पड़ेगा प्रभाव?

अम्बुज यादव

कोरोना वायरस का प्रकोप धीरे-धीरे बढ़ता चला जा रहा हैं। अब इसकी चिंता भारत को भी होने लगी है। हालांकि अभी तक भारत में कोई ऐसी घटना सामने नहीं आई है जिसमें इस वायरस का प्रकोप पाया गया हो, लेकिन उसके बावजूद भी भारत को सजग रहने की जरुरत है। क्योंकि भारत के पड़ोसी देश चीन से फैल रहा यह वायरस कई देशों में अटैक कर चुका है। इससे यही लगता है कि भारत में जल्द ही यह वायरस धावा बोल सकता है। इसलिए सजग रहने की जरुरत है और उससे बचने के लिए इसे समझना भी बेहद जरुरी है।  

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फिलहाल इस वायरस के ज्‍यादातर मामले चीन में ही देखे जा रहे हैं। ऐसे में यह जानना ज्यादा जरुरी है कि आखिर यह वायरस क्या होता है और यह कितने प्रकार के होते हैं। तो आपको बता दें कि कोरोना वायरस कई प्रकार के होते हैं। वुहान में फैला वायरस 'नोवेल कोरोना वायरस' है। इसी वजह से इसे वुहान वायरसभी कहा जा रहा है। इसके अलावा अल्फा और बीटा कोरोना वायरस भी होते हैं। कोरोना वायरस को साल 2003 के पहले तक कभी गंभीरता से नहीं लिया गया था, जब चमगादड़ों के जरिए फैला वायरस सार्स के रूप में फैल गया था। लेकिन अब एक रिसर्च में सामने आया है कि इस बार का कोरोना वायरस सांपों के जरिए पनपा है।

क्‍यों खतरनाक है यह वायरस?

यह वायरस ज्यादा खतरनाक है क्योंकि अभी तक इस वायरस की कोई वैक्सीन मौजूद नहीं हैं। इसके अलावा डॉक्टरों के पास भी इसके इलाज का कोई भी तरीका उपलब्ध नहीं है। वैसे तो इस बीमारी के अलर्ट के तौर पर चीन के सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर दी गई है, जिससे वायरस एक लोगों से दूसरे लोगों में फैल न सकें। वही आपको बता दें कि इस वायरस से बीमार व्यक्ति किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित कर सकता है।

इंसान के इस हिस्‍से को कर रहा निष्‍क्रिय-

उत्तर-वुहान वायरस या नोवेल कोरानावायरस इससे पहले नहीं देखा गया है। इस बार का कोरानावायरस ज्यादा खतरनाक इसलिए भी है, क्योंकि ये सार्स जैसा लग रहा है। ये इंसान के रेस्पिरेटरी सिस्टम पर तेजी से हमला कर उसे निष्क्रिय कर देता है। चीन में यही हो रहा है।

भारत में क्‍या है स्‍थिति?

फिलहाल भारत में इस वायरस को लेकर कोई खबर सामने नहीं आई हैकोई मरीज भी अब तक नहीं मिला है, लेकिन चूंकि सामान्य सर्दी जुकाम और बुखार होने पर भी ध्यान रखने की बेहद जरूरत है। घर में और आसपास साफ-सफाई का भी विशेष ध्यान रखे जाने की जरूरत है।

कैसे फैलता है ये वायरस-

डब्ल्यूएचओ की प्राथमिक जांच से मिली जानकारी के मुताबिक, यह वायरस सी-फूड से जुड़ा है। कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है और इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं। यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है। दुर्लभ स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने बयान में कहा कि सबसे अधिक चिंताजनक बात यह है कि अलग-अलग देशों में मरीजों के अलग-अलग समूहों की गहन पड़ताल से यही बात पुष्ट होती है कि यह नया वायरस नजदीकी संपर्क के कारण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है।

अगर आप ट्रेवल कर रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान-

  • चीन जाने वाले और वहां से आने वाले यात्रियों के लिए परामर्श जारी किया गया है। यह परामर्श स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है। इन्हें जरुर करें फॉलो। 
  • अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड धोएं। इसके साथ ही एल्कोहॉल बेस्ड हैंडवॉश का इस्तेमाल करें। 
  • घर पर ही रहें। इसके साथ ही लोगों से दूरी बनाए और मेडिकल केयर लें। 
  • जानवरों से दूरी बना कर रखें, एनिमल मार्केट और बिना पका हुआ मीट से दूर रहें। 
  • बीमार व्यक्ति से दूर रहें। 
  • अगर कोई इस वायरस से हो जाए ग्रसित
  • किसी डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें। इसके साथ ही उसे अपने लक्षण और यात्रों के बारे में बताए।
  • अपने हाथों को कम से कम 20 सेकंड धोएं। इसके साथ ही एल्कोहॉल बेस्ड हैंडवॉश का इस्तेमाल करें।  
  • अगर बीमार हो तो यात्रा न करें। 
  • हमेशा खासंते या छींकते समय अपने नाक और मुंह को जरुर ढक लें जिससे किसी दूसरे को इन्फेक्ट न करे।

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